शोध से पता चलता है कि हर सुबह की सैर करने से आपके सेहत में सुधार हो सकता है। प्राकृतिक रोशनी में बिताना आपके जैविक घड़ी को संतुलित करने में मदद करता है, जिससे बेहतर नींद और दिन भर स्थिर मूड बना रहता है। एक अध्ययन में यह पाया गया कि कोविड-19 के दौरान नींद की कठिनाइयों का सामना कर रहे विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए प्राकृतिक वातावरण में चलने से नींद की गुणवत्ता और मूड में महत्वपूर्ण सुधार हुआ।
जर्नल सेज की रिपोर्ट ( 2018 में प्रकाशित ) में दावा किया गया कि तनाव के प्रति मूड और मनोशारीरिक प्रतिक्रियाओं पर प्राकृतिक वातावरण के प्रभाव को लेकर जांच की गई। जिससे साफ हुआ कि टीवी पर प्रकृति को देखने या अकेले शारीरिक व्यायाम के मुकाबले बाहर पार्क में जाकर वॉक करना सेहत के लिए अच्छा होता है।
शारीरिक गतिविधि से कई फायदे होते हैं। व्यायाम करने से एंडोर्फिन और सेरोटोनिन का उत्पादन होता है, जो मूड को बेहतर बनाते हैं और तनाव, चिंता और अवसाद के लक्षणों को कम करते हैं। हर सुबह अगर आप सैर करते हैं तो इस बात की संभावना काफी हद तक ज्यादा हो जाती है कि आपका मानसिक स्वास्थ्य ठीक रहेगा।
शोध में यह साबित हुआ कि प्रकृति में समय बिताने से मूड में सुधार आता है। जिससे इंसान तनाव और चिंता मुक्त होता है।
एक्सपर्ट्स की राय है कि सुबह की सैर करने से कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) के स्तर में गिरावट आती है, जो तनाव को कम करने और दैनिक चुनौतियों का सामना करने में मदद करता है।
सुबह की सैर के दौरान आपके शरीर को प्राकृतिक रोशनी के दर्शन होते हैं। इससे आपके शरीर के सोने और जागने का चक्र संतुलित रहता है जिससे अंततः अच्छी नींद आती है और मूड अच्छा बना रहता है।