विजय सिन्हा ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा, "विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है, जबकि बिहार में विकास की गति निरंतर तेज हो रही है। डबल इंजन की सरकार बिहार की जनता के विश्वास पर खरा उतर रही है। विपक्ष अब मुद्दा विहीन हो चुका है और वे केवल सदन में हंगामा करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन सदन में सवालों के सकारात्मक उत्तर से यह स्पष्ट हो रहा है कि बिहार में विकास की गति तेज हो रही है, जबकि विपक्ष हताश और निराश है।"
उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा न होने के कारण वे भ्रम फैला रहे हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री ने साफ कहा है कि यदि किसी के पास कोई सबूत है, तो उन्हें सामने लाना चाहिए। यह एनडीए की सरकार है, जिसमें अगर कोई गलत काम करेगा तो उसे सजा मिलेगी, चाहे वह प्रधान सचिव हों या कोई और। राजद और कांग्रेस की संस्कृति के विपरीत एनडीए के संस्कारों में यह स्पष्ट है कि कोई भी बड़ा पद संभालने वाला व्यक्ति अगर गलत काम करेगा तो उसे सजा मिलेगी।
बिहार विधानमंडल का सत्र 25 नवंबर को शुरू हुआ था।