उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "सुप्रीम कोर्ट के जज ने हाल ही में कहा कि अगर आप जीतते हैं, तो ईवीएम में कोई गड़बड़ी नहीं होती, और अगर हारते हैं, तो गड़बड़ी मानते हैं। यह वाकई चौंकाने वाली बात है, क्योंकि जब देश के सर्वोच्च न्यायिक संस्थान के लोग इस तरह की बातें करते हैं, तो फिर किसी और का कहना कितना मायने रखता है? ईवीएम में गड़बड़ी की बातें केवल लोगों को भ्रमित करने के लिए है। इनका कोई ठोस आधार नहीं है, और ऐसे वक्त में हमें इन बातों को नजरअंदाज करना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "कर्नाटक में अगर विपक्ष की जीत हो गई, तो उसे सही माना जाता है, लेकिन अन्य जगहों पर हारने पर उसे गड़बड़ी कह दिया जाता है। यही दोहरा मापदंड है। एनडीए के लोग जब हारते हैं तो उसकी आलोचना नहीं करते, बल्कि इसे स्वीकार कर लेते हैं। यह सब भ्रम फैलाने की साजिश है। विपक्ष के पास कोई ठोस तर्क नहीं है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था की दिशा में आगे बढ़ा रहे हैं। वे चाहते हैं कि जनता को सही दिशा मिले, न कि केवल प्रचार के जरिए भ्रमित किया जाए। इसी कारण महाराष्ट्र के मुद्दे पर भी बातें हो रही हैं, जबकि असली मुद्दा यह है कि देश की प्रगति की दिशा पर ध्यान देना चाहिए।"
इसके बाद उन्होंने केंद्र सरकार की उपलब्धियां को गिनाते हुए कहा कि गया में कॉरिडोर बन रहा है। कॉरिडोर बन जाने से गया की सूरत बदल जाएगी।
साथ ही उन्होंने कहा कि अमृतसर-कोलकाता सड़क मार्ग बन रहा है। गया से दरभंगा तक सड़क बन रही है। गया को इंडस्ट्रियल एरिया भी घोषित किया गया है। सड़क बनने से इसका चहुमुखी विकास होगा। जल्द ही गया में मेट्रो का काम शुरू होगा और गया मेट्रो सिटी के नाम से जाना जाएगा। इसके लिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हैं। फल्गु नदी में और ज्यादा पानी आए और आसपास की भूमि सिंचित हो, इसके लिए सोन नदी के पानी को लाया जाएगा। फल्गु नदी में साल भर पानी रहेगा और इसका लाभ यहां के लोगों को मिलेगा।