कैराना सांसद को छिजारसी टोल प्लाजा पर रोका गया। अधिकारियों ने उनसे बात कर वस्तुस्थिति समझाने की कोशिश की। इकरा चौधरी ने कहा कि पार्टी के आदेश के बाद वह संभल जा रही थीं। उन्होंने कहा, "पुलिस ने हमारे नेताओं को नजरबंद कर दिया है। सदन में संभल का मुद्दा जोर शोर से उठाया जाएगा।"
उन्होंने कहा कि वहां जो हिंसा हुई है उसका सही जायजा और यह जानकारी लेकर कि कौन-कौन से अधिकारी इसमें शामिल थे और किसने घटना को अंजाम दिया था, वह सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सौंपने वाली थीं। लेकिन उन्हें रोक लिया गया। सांसद संभल जाने की बात पर अड़ गईं जिसके बाद पुलिस ने उन्हें किसी तरह से समझा कर वापस भेज दिया।
सपा के प्रतिनिधिमंडल के संभल जाने की सूचना पर जिले की पिलखुवा पुलिस अलर्ट हो गई थी। इस दौरान टोल प्लाजा के पास ही सांसद को रोककर वहीं से वार्ता की गई।
रविवार को संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा के बाद प्रशासन ने बाहरी लोगों, सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। नेताओं के संभल जाने की सूचना पर पुलिस ने टोल प्लाजा पर मुस्तैदी बढ़ा दी है। शनिवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल, सांसद रुचि वीरा, सांसद इकरा चौधरी, जियाउर रहमान बर्क और हरेंद्र मलिक समेत कई सपा नेताओं के संभल जाने की सूचना मिली। इसके बाद टोल प्लाजा पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई।