दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 : तीमारपुर सीट पर किसका पलड़ा भारी, जानें आंकड़ें क्या कर रहें तस्दीक

10 Jan, 2025 10:10 PM
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: तीमारपुर सीट पर किसका पलड़ा भारी, जानें आकड़े क्या कर रहे तस्दीक?
नई दिल्ली, 10 जनवरी (आईएएनएस): । दिल्ली की तीमारपुर विधानसभा सीट इन दिनों चर्चा के केंद्र में है। उत्तर पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इस निर्वाचन क्षेत्र में इस बार दिलचस्प चुनावी लड़ाई के आसार हैं।

यह क्षेत्र दिल्ली विश्वविद्यालय के पास स्थित है और इसका क्षेत्रफल लगभग दो वर्ग किलोमीटर के आसपास है। इसका क्षेत्रफल और जनसंख्या अन्य विधानसभा क्षेत्रों के मुकाबले छोटा है, फिर भी यहां के मतदाता हमेशा से सक्रिय और जागरूक रहे हैं। यह क्षेत्र आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस जैसे प्रमुख दलों के लिए महत्वपूर्ण रहा है।

तीमारपुर क्षेत्र में स्थानीय विकास, जल आपूर्ति, शिक्षा, स्वास्थ्य, शहरीकरण, रोजगार जैसे मुद्दे प्रमुख रहे हैं। क्षेत्र के मतदाता अक्सर इन मुद्दों के आधार पर चुनावी निर्णय लेते हैं, जिससे यहां के चुनाव परिणाम प्रभावित होते हैं।

तीमारपुर विधान सभा का गठन 1993 में ही हुआ था। पहले चुनाव में यह सीट भाजपा के खाते में गई थी। इसके बाद भाजपा इस सीट पर जीत का परचम नहीं लहरा पाई। 1998 से 2008 के बीच लगातार तीन बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की। 2013 में भाजपा ने जीत हासिल की। इसके बाद लगातार दो बार इस सीट पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है।

2015 के दिल्ली विधानसभा में इस सीट से आप के पंकज पुष्कर 64,47 वोट पाकर विजयी रहे थे। वहीं भाजपा की रजनी अब्बी को 43,830 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के सुरिंदर पाल सिंह को 14,642 वोट मिले थे।

वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव में तीमारपुर विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के फायरब्रांड नेता दिलीप पांडे ने जीत दर्ज की थी। उन्हें 71,432 वोट मिले थे। वहीं बीजेपी के सुरिंदर पाल सिंह (बिट्टू) को 47,288 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के अमर लता सांगवान को 3,102 मत मिला था।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव आयोग ने मंगलवार को चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया। दिल्ली में पांच फरवरी को एक चरण में चुनाव होगा और नतीजे की घोषणा आठ फरवरी को होगी।

ईसीआई राजीव कुमार ने बताया कि दिल्ली में कुल 1 करोड़ 55 लाख वोटर्स हैं। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83.49 लाख, महिला मतदाता 71.74 लाख और युवा मतदाता 25.89 लाख हैं। उधर, पहली बार वोट देने जा रहे मतदाताओं की कुल संख्या 2.08 लाख है। इसके अलावा, दिल्ली में 13 हजार से ज्यादा मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। 100 साल से ऊपर के मतदाताओं की संख्या 830 है।

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