मनोज तिवारी ने से बात करते हुए कहा, "आम आदमी पार्टी राजनीति में बदलाव का दावा लेकर आई थी, लेकिन अब वह भ्रष्टाचारियों और अवैध घुसपैठियों के लिए दलाल की भूमिका में नजर आ रही है। आम आदमी पार्टी ने इस रिपोर्ट को विधानसभा के पटल पर रखने से इनकार किया है। हालांकि, सच्चाई छुपाने की कितनी भी कोशिशें की जाएं, वह सामने आ ही जाती है। सीएजी की रिपोर्ट के कई अंश अब जनता तक पहुंच चुके हैं और हम विश्वास करते हैं कि दिल्ली की जनता 5 फरवरी को उन लोगों को उनकी गलतियों की सजा देगी, जो घोटाले और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।"
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, "सीएजी की रिपोर्ट में 2026 करोड़ रुपये के घोटाले का जिक्र किया गया है। यह कोई मामूली बात नहीं है। दिल्ली की शराब नीति को किस तरह से बदला गया और जानबूझकर विशेषज्ञों की राय को नजरअंदाज किया गया। यह एक गंभीर मुद्दा है। बार-बार यह मुद्दा उठाया गया कि शराब नीति में दलाली में अरविंद केजरीवाल शामिल हैं। मनीष सिसोदिया ने जिस तरीके से इस नीति को तैयार किया, वह एक बड़ा घोटाला है। शराब नीति का सीधा मतलब यह है कि अरविंद केजरीवाल ने 2026 करोड़ रुपये का घोटाला किया है, जैसा कि सीएजी की रिपोर्ट में बताया गया है। हमें जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक यह पैसा सीधे-सीधे अरविंद केजरीवाल ने अपने मुख्यमंत्री आवास, जिसे शीश महल कहा जाता है, पर खर्च किया है।"
उन्होंन कहा, मैं दिल्लीवासियों से निवेदन करता हूं कि उन्हें यह समझना चाहिए कि अरविंद केजरीवाल ने बहुत बड़ा घोटाला किया है। केजरीवाल जेल भी गए हैं और जो कुछ वे कहते हैं, वह अक्सर करते नहीं हैं। उनका एक चेहरा दिखाने का है और एक असली चेहरा है। इसलिए, केजरीवाल को दिल्ली की सत्ता से हटाना बहुत जरूरी है। दिल्ली के लोगों से मेरा अनुरोध है कि वे केजरीवाल को सत्ता से हटाएं और बीजेपी को सत्ता में लाने में मदद करें, ताकि दिल्ली का सही तरीके से विकास हो सके। सीएजी की रिपोर्ट पूरी तरह सही है और यह रिपोर्ट अरविंद केजरीवाल सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करती है। केजरीवाल ने भ्रष्टाचार खत्म करने के नाम पर सत्ता में आने के बाद भारी भ्रष्टाचार किया है। जो रिपोर्ट आई है, उसके आधार पर मैं दिल्ली की जनता से अपील करता हूं कि वे केजरीवाल को सत्ता से बाहर करें, क्योंकि वह एक भ्रष्टाचारी व्यक्ति हैं।"