पालम विधानसभा सीट पहले पूर्ववर्ती बाहरी दिल्ली संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में आती थी। हालांकि, साल 2008 में परिसीमन हुआ और फिर यह क्षेत्र, दक्षिण दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा बन गया। यह जगह दिल्ली कैंट, द्वारका और जनकपुरी से घिरी हुई है।
साल 1993 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पहली बार बाजी मारी थी। इसके बाद भाजपा को 2003, 2008 और 2013 के विधानसभा चुनाव में जीत मिली। जबकि कांग्रेस ने इस सीट पर परिसीमन से पहले 1998 में जीत हासिल की थी। वहीं, आम आदमी पार्टी ने साल 2015 के विधानसभा चुनाव में यहां बाजी मारी और यह सिलसिला 2020 में भी जारी रहा।
2020 के विधानसभा चुनाव के नतीजों को देखें तो आम आदमी पार्टी की भावना गौड़ ने जीत दर्ज की थी। उनको 92,775 वोट मिले और वोट शेयर 59.15% था। जबकि भाजपा के विजय पंडित को 60,010 वोट मिले थे और वोट शेयर 38.26% था। वहीं, तीसरे नंबर पर नोटा रहा था, जिसे 0.54% के साथ 848 वोट मिले थे।
इस बार आप ने यहां से अपने उम्मीदवार को बदला है। उन्होंने भावना गौड़ की जगह जोगिंदर सोलंकी को मैदान में उतारा है। वहीं, भाजपा और कांग्रेस ने अभी तक अपने उम्मीदवार के नामों की घोषणा नहीं की है। हालांकि, दोनों ही दल यहां जीत के दावे कर रहे हैं।
पालम विधानसभा सीट पर वोटरों की संख्या दो लाख से अधिक है। यहां पुरुष मतदाता 1,32,975, महिला मतदाता 1,16,534 और थर्ड जेंडर की संख्या 9 है। यहां कुल वोटर 2,49,458 हैं।