अतुल लोंढे ने कहा कि अगर चुनाव आयोग को लगता है कि उसकी छवि अच्छी है, तो उसे अपने कामों से यह साबित करना चाहिए। क्या चुनाव आयोग के किसी अधिकारी में यह सवाल उठाने की हिम्मत है कि कैसे हमारे लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर किया गया। क्या उनमें यह पूछने की हिम्मत है कि मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति इस तरह से क्यों की जाती है, जिससे चुनाव प्रभावित होते हैं।
महाकुंभ की सुरक्षा सेना को देने के अखिलेश यादव के बयान पर पर कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढे ने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो आए हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि महाकुंभ में हुई भगदड़ में करीब 3000 लोग मारे गए। लेकिन, सरकार इसका हिसाब नहीं देगी। महाकुंभ के दौरान हुई इस घटना को लेकर सरकार को जवाब देना चाहिए। सेना में अनुशासन होता है, वह हर परिस्थिति को शांतिपूर्वक संभाल सकती है। क्योंकि, कुंभ की पवित्रता और लोगों की जान दोनों महत्वपूर्ण है। लेकिन, राज्य सरकार ने तो महाकुंभ को इवेंट बना कर रख दिया। महाकुंभ में भगदड़ की घटना दोबारा न हो, इसलिए सेना की मदद ली जानी चाहिए।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा राहुल गांधी को उनके बयान के लिए माफी मांगे जाने पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि माफी तो देवेंद्र फडणवीस को मांगनी चाहिए जिसे तरह से लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई गईं। उन्हें अगर लगता है कि लोकतंत्र बचा है, तो उन्हें भी चुनाव आयोग से मांग करनी चाहिए कि यह 70 लाख वोटर कहां से आए।