हाल ही में हरियाणा, झारखंड व महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव परिणामों का उल्लेख करते हुए बसपा प्रमुख ने कहा कि देश में स्वतंत्र, निष्पक्ष तथा धनबल, बाहुबल और सरकार मशीनरी के दुरुपयोग से मुक्त पाक-साफ चुनाव कल की तरह आज भी बहुत बड़ी चुनौती बनी हुई है। आम जनता का चुनावी तंत्र से विश्वास की कमी देश के संविधान व लोकतंत्र के लिए खतरे की घंंटी है। इसका जल्द से जल्द समुचित समाधान निकालना बेहतर। देश में संविधान के हिसाब से चेक एंड बैलेंस की जो व्यवस्था है, उसको लेकर हर लोकतांत्रिक व संवैधानिक संस्था को अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभानी होगी, तभी आम जनता के विश्वास को मजबूती मिलेगी और कानूनी प्रावधानों का सही लाभ लोगों को मिल पाएगा।
संसद में चल रहे गतिरोध पर मायावती ने कहा कि जनता व देश के हित में संसद की कार्यवाही चलनी चाहिए। इसके लिए सरकार और विपक्ष दोनों को गंभीर होना जरूरी। उन्होंने कहा कि पूर्व में कांग्रेस की सरकार की तरह भाजपा की गरीब-विरोधी व धन्नासेठ समर्थक नीतियों एवं कार्यकलापों के विरुद्ध लोगों में आक्रोश व्याप्त है। इससे लोगों का ध्यान बांटने के लिए ही भाजपा नए जातिवादी, सांप्रदायिक व संकीर्ण हथकंडों का इस्तेमाल करती है और चुनाव में इसका लाभ भी ले लेती है।
मायावती ने कहा किर चुनावों के समय में जनहित व जनकल्याण के किए गए लुभावने वादों को सरकार बन जाने पर भुला दिया जाता है। इस प्रकार की राजनीति से आम जनता व देश का भला नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अंबेडकर परिनिर्वाण दिवस के संबंध में 6 दिसंबर को होने वाले कार्यक्रमों के बारे में बताया कि उत्तर प्रदेश में लखनऊ, कानपुर व अयोध्या मंडल के लोग यू.पी. की राजधानी के गोमतीनगर इलाके में बसपा सरकार द्वारा निर्मित "डाॅ. भीमराव अंबेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल" स्थित गुंबद आकार वाले "डाॅ. भीमराव अंबेडकर स्थल" में उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे, जबकि मेरठ व दिल्ली के लोग नोएडा में राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल एवं ग्रीन गार्डन" में एकत्र होकर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। यूपी के बाकी 14 मंडलों के लोग अपने-अपने मंडल में ही बीएसपी के तत्वावधान में आयोजित होने वाले विचार संगोष्ठी कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
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